नमस्ते, मैं अंकिता हूँ , एक ऐसी महिला जो सालों से लेखन के माध्यम से जीवन की छोटी-छोटी खुशियों और चुनौतियों पर बात करती आई हूँ । चाय की सुगंधित प्याली हो या कॉफी की तेज़ खुशबू, ये दोनों ही मेरी रोज़मर्रा की साथी रही हैं । लेकिन अक्सर मैं सोचती हूँ, और शायद आप भी कि इनमें से कौन बेहतर है ? खासकर हम महिलाओं के लिए, जो घर-परिवार, काम और सेहत के बीच संतुलन बनाती चलती हैं । क्या चाय की शांत ऊर्जा हमें दिनभर तरोताज़ा रखती है, या कॉफी की तेज़ किक हमें व्यस्त जीवन में आगे बढ़ाती है ? ये सवाल सिर्फ स्वाद का नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, संस्कृति और जीवनशैली का है । आज हम इस बहस को गहराई से देखेंगे न सिर्फ वैज्ञानिक तथ्यों से, बल्कि उन असली अनुभवों से जो हम सब महसूस करते हैं । मेरा मानना है कि कोई एक 'बेहतर' नहीं है; ये आपकी ज़रूरतों पर निर्भर करता है । लेकिन चलिए, बात करते हैं । स्वास्थ्य लाभ: दोनों की ताकतें और कमज़ोरियाँ सबसे पहले बात स्वास्थ्य की, क्योंकि हमारी व्यस्त ज़िंदगी में सेहत ही सबकुछ है । कई अध्ययनों से पता चलता है कि चाय और कॉफी दोनों ही एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर हैं, जो हमारे ...